मनोहरपुर-डोंगाकाटा सरना स्थल पर सरना आदिवासी समाज ने अपना दावा ठोंका,जीएल चर्च कमेटि ने अपना प्रोपर्टी बताकर दावा को किया ख़ारिज.
आदिवासी सरना समाज दावा को कोर्ट में चुनौती देने की लगाईंगी गुहार.मनोहरपुर-मनोहरपुर प्रखंड अंतर्गत नदपुर डोंगाकाटा में गुरुवार को सरना धर्मस्थल पर विवाद को लेकर दो समुदायों के बीच स्थानीय प्रशासन की उपस्तिथि में बैठक हुई.बैठक में आदिवासी सरना समाज के प्रतिनिधियों ने स्थानीय प्रशासन के समच्छ अपनी बातों को रखा.बताया गया,की आदिवासी सरना समाज अपने आजा पुर्खो के काल से ही उक्त सरना स्थल पर सरना पूजा,सरहूल एवं मागे पर्व शांतिपूर्ण एवं पारंपरिक तरीक़े से मनाते आ रहे है.जबक़ी इस स्थल को लेकर जीएल चर्च कमेटि ने अपना चर्च का निजी प्रोपर्टी बताकर दोनो समुदायों के बीच आपसी विवाद पैदा कर दिया है.वहीं जीएल चर्च कमेटि के लोगों ने विवादित उक्त स्थल पर अपना दावा ठोकते हुए ज़मीन का सरकारी बैध्यता काग़ज़ात प्रस्तुत किया है.साथ ही उस स्थल पर चारदिवारी का निर्माण करने की बात कही.स्थानीय प्रशासन ने भी काग़ज़ात के आधार पर उक्त ज़मीन पर जीएल चर्च का ही पूर्ण रूप से उनके अधिकार में बताया.जबकी आदिवासी सरना समाज के लोगों का कहना है,की इस ज़मीन पर जीएल चर्च कमेटि के द्वारा जो दस्तावेज़ पेश किया गया है.वह ग़लत तरीक़े से किया गया है.वहीं सरना समाज के लोगों के माने तो डोंगाकाटा स्तिथ जीएल चर्च का निर्माण रैयती 05 डी.मी रजिस्ट्री ज़मीन पर हुआ है.जबक़ी चर्च कमेटि चर्च व आस पास 05 एकड़ ज़मीन का सरकारी काग़ज़ात दिखाकर उस ज़मीन यानी सरना स्थल पर भीअपना दावा जता रही है.वहीं स्थानीय प्रशासन ने दोनो समुदायों के बीच आपसी विवाद को आपसी सहमती पर सुलझाने एवं उक्त स्थल का धार्मिक गतिविधि के लिए उपयोग करने कीअपील की.इस गंभीर मामला को लेकर आदिवासी सरना समाज न्यायालय में जीएल चर्च कमेटि के विरुद्ध क़ानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही.इस मौक्के पर अंचलाधिकारी रविश सिंह राज,पुलीस निरीक्षक फागू होरो, थाना प्रभारी अमीत कुमार एवं आदीवासी सरना समाज पक्ष से बोदे खलखो,रोबी लकड़ा,इंद्रजीत समद,बहनु तुर्की,महेंद्र बानरा,तिला तिर्की एवं जीएल चर्च कमेटि पक्ष से मुख्य रूप से अशमसीह होरो,मतीयस गुड़िया,श्रीकांत भुइयाँ,प्रकाश सूरिन समेत दोनो पक्षों के सैंकड़ों लोग ऊपस्तिथ थे,