सारंडा-कुलायबुरु में भगवान बिरसा मुंडा को दी श्र्धांजलि,ग्रामीनो ने पत्थरगाड़ी कर सुख शांति समृधि की कामना की.
मनोहरपुर:सरण्डा के कुलायबुरू में"आस" कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों ने वीर बिरसा मुण्डा को उनके जयन्ती पर श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित किया! श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सरण्डा के विभिन्न गाँव से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एवं"आस" के कार्यकर्ता उपस्थित रहे!कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय दिउरी दुला बंहन्दा ने बिरसा मुण्डा के नाम से स्थापित "पत्थरगाड़ी"में लाल मुर्गा का बलि देकर लोगों की शान्ति और समृद्धि के लिए पूजा अर्चना किया! तत्पाश्चात बतौर अतिथि" आस" संयोजक सुशील बारला ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आदिवासीयों के लिए जल-जंगल-जमीन के हक और हकूक के लिए अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष का ही परिणाम है छोटानागपुर कास्तकारी अधिनियम-1908 है! वीर बिरसा मुण्डा के संघर्ष को हमें कभी भी नहीं भूलना चाहिए। आज हमारे जमीन की रक्षा के लिए कई कानून बने हैं बावजूद हमारा जमीन छीनी जा रही है।इसलिए हम लोगों को अपने संवैधानिक अधिकारों के प्रति सजक रहने की अवश्यकता है! कार्यक्रम को गुरवारी मुण्डारी,मुण्डा सोमा होनहगा,गाजू होनहगा,सुनील होनहगा,ओडेया देवगन,मुन्डुका सुरीन ने भी सम्बोधित किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में बेसरा देवगन,इग्नेस बारला,राजेन देवगन,मोजेस गागराई,बुधराम तोरकोड़ का योगदान सराहनीय रहा! धन्यवाद ज्ञापन रोया सुरीन ने किया!