मनोहरपुर-नंदपुर में “आस”का कार्यकर्त्ता सम्मेलन सह मानवाधिकार दिवस मना,मानव सेवा एवं सारंडा के विकास पर हुई चर्चा.
मनोहरपुर:आदिवासी समन्वय समिति झारखण्ड का मनोहरपुर प्रखण्ड के नन्दपुर(सुरीन टोला) में"आस"कार्यकर्ता सम्मेलन सह मानवाधिकार दिवस मनाया गया।जिसमें आस संयोजक सुशील बारला बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।सम्मेलन में उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए श्री बारला ने कहा,कि हमारा उद्देश्य सिर्फ़ मानव सेवा होना चाहिए। हमारे सरण्डा में कई खदाने हैं,लेकिन यहाँ के युवा रोजगार के लिए अन्यत्र राज्यों में पलायन करने को मजबूर हैं।वनाधिकार कानून बना 16 साल हो गया,लेकिन इस कानून का कार्यान्वयन प्रशासानिक उदासीनता के कारण नहीं हो पा रहा है! लाभुक ग़्रामीनो को वनाधिकार पट्टा के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है!जबक़ी वर्ष 1905-1927 में बसाए 8 वनग्राम को भी अबतक राजस्व गाँव का दर्जा नहीं मिला पाया है।प्रशासनिक उदाशीनता के कारण सरण्डा के 6 पंचायत में 2013 से आवास योजना भी बन्द है!सम्मेलन में सर्वसम्मति से निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किया गया:-1, सरण्डा के 6 पंचायत में 2013 से बन्द आवास योजना को तत्काल आरम्भ कर जरूरतमंदों को इस योजना का लाभ दिया जाय।2,सरण्डा के स्थानीय बेरोजगारों को किरीबुरू,गुवा,चिरिया,एवं नीजि उपक्रमों में प्रथमिकता के आधार पर रोजगार दिया जाय।3,1905 से 1927 के बीच बसाए 8 वनग्राम को राजस्व गाँव घोषित कर रैयतों का नाम पंजी-२ में अंकित किया जाय।4, सरण्डा वासियों के लिए DMFT Fund से दो चिकित्सा वहन की व्यवस्था की जाए। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उपरोक्त माँगों को लेकर दिनांक 10 जनवरी 2022 को मनोहरपुर प्रखण्ड मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक को सेवानिवृत्त शिक्षक बेनेडिक्ट लुगुन,सोमा होनहगा(मुण्डा)गाजू होनहगा(मुण्डा)रोया सिदू(मुण्डा)रोया सुरीन,किशोर गुड़िया, जेना पूर्ति,सोहन माझी,ओडेया देवगम,गाजू देवगम,सुनील होनहगा,इन्दा जामुदा,बागी चाम्पिया,हाबिल तोपनो,विल्सन बहन्दा,मूगडू बंदिया ने भी सम्बोधित किया!धन्यवाद ज्ञापन सुरेन्द्र बंहन्दा ने किया!