चिरिया-अनेकों गड्ढो को चिरते हुए अंकुवा से आना पड़ता है, माइंस चिरिया•मंत्री जोबा और सांसद गीता सड़क के लिए गंभीर नही.
(राजेश सिंह,चिरिया न्यूज़)
मनोहरपुर/चिरिया;एशिया में लौह अयस्क के लिए टॉप माइंस माने जाने वाली पश्चिम सिंहभूम के चिरिया माइंस तक पहुँचने के लिए अंकुवा से चिरिया पांच किलोमीटर तक काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है, उबाड़ खाबड व अनेकों गड्ढे को लांघ कर आना पड़ता हैं विश्व प्रसिद्ध चिरिया माइंस, इतने बड़े लौह अयस्क का माइंस होने के उपरांत भी अंकुवा से चिरिया माइंस तक पांच किलोमीटर की कच्ची सड़कें आज तक बनाई नही जा सकी है,जिससे चिरिया के लोगों को खासकर वर्षात के दिनों मे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, सड़क की स्थिति अच्छी नही रहने से लोगों को इन पांच किलोमीटरकी दूरी को वाहनों से तय करने मे करीब १५ से २० मिनट का समय लग जाता है, सड़कों मे बड़े बड़े गड्ढे के कारण वाहन हिचकोले मारने लगते हैं, हिचकोले मारने से चालकों के साथ वाहनों मे बैठे यात्रियों का नस नाड़ी हिलने लगती है, बाबजुद राज्य सरकारें की नज़रें आज तक इस सड़क की ओर नही पड़ी, मालूम हो की अनेकों पहाड़ों को चिरते हुए चिरिया माइंस तक पहुंचनें के लिएअंकुआ मोड से पांच किलोमीटर की लंबी कच्ची वन विभाग की सड़क है। जहां से चिरिया के बिरसा चौक तक कमोवेश सड़कों की यही हाल है, देश आजादी के बाद से आज तक इस सड़क को नही बनायी जा सकी है, आज हम बड़ी खुशी से कहते हैं की हमारी दुनिया हाई टेक और जेट युग मे पहुंच गई है, लेकिन चिरिया आने के बाद सब सच्चाई का पता चलता है की हैं की हम किस युग मे पहुँच गए हैं, विकास का ढिंडोरा पीटने वाली हेमंत सरकार की भी आँखे नही खुल रही है, लोगों ने झारखंड सरकार से अंकुवा से चिरिया पांच किलोमीटर की कच्ची सड़कें का पक्कीकरण का जल्द करवाने की मांग की है,