सारंडा- नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्र बना,प्रतिबंधित मादक पदार्थ तस्करों का सुरक्षित ज़ोन.
मनोहरपुरः ओडिशा व मध्यप्रदेश से झारखण्ड के पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित नक्सल प्रभावित सारंडा जंगल के रास्ते प्रतिबंधित मादक पदार्थ गांजा की तस्करी बडे़ पैमाने पर वर्षों से जारी है. मादक पदार्थ तस्करों के लिये सारंडा जंगल का यह क्षेत्र हमेशा से सुरक्षित रहा है. रात के समय तो और सुरक्षित हो जाता है. उल्लेखनीय है कि मादक पदार्थ की तस्करी का कार्य दर्जनों गिरोह कर रहा है. इसमें जमशेदपुर, राँची, गोईलकेरा, जैतगढ़, चक्रधरपुर के अलावे विभिन्न जिलों के लोग शामिल हैं. ये तस्कर हमेशा छोटी वाहन जैसे कार आदि का अधिक इस्तेमाल करते हैं. तस्करी में इस्तेमाल कार पुराना व सेकेंड हैंड सस्ते दामों में खरीदी हुई रहती है. ताकि पुलिस से पकडे़ जाने के बाद उन्हें अधिक नुकसान नहीं उठाना पडे़. तस्कर पश्चिम सिंहभूम के सारंडा स्थित मनोहरपुर व जराईकेला थाना क्षेत्र होते ओडिशा में जाते हैं एंव ओडिशा के बडे़ तस्करों से सम्पर्क कर उनसे गांजा खरीद कार की डिक्की आदि में भरकर ओडिशा के बिसरा थाना होते झारखण्ड के जराईकेला थाना सीमा में प्रवेश कर जाते हैं. जराईकेला थाना सीमा में प्रवेश करने के बाद अनेक ग्रामीण व मुख्य सड़क होते मनोहरपुर आते हैं. यहाँ से वह आसानी से गोईलकेरा अथवा छोटानागरा थाना क्षेत्र होते झारखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में गांजा लेकर अपने ठिकाने पर सुरक्षित पहुंचा देते हैं. सारंडा स्थित विभिन्न थाना क्षेत्रों में नियमित वाहन की जाँच नहीं होती. विशेष अभियान अथवा चुनाव के दौरान हीं वाहन जाँच होती है. दूसरी तरफ सारंडा वर्ष 2001 से नक्सलियों का कोर जोन रहा है. नक्सल की वजह से उक्त थाना क्षेत्रों में रात के समय पुलिस पेट्रोलिंग व तमाम प्रकार की गतिविधियां शहरी क्षेत्रों को छोड़ ग्रामीण व जंगल क्षेत्र में नहीं होती है. तस्कर तमाम थाना क्षेत्रों से वाकीफ हैं कि किन किन क्षेत्रों में वाहन जाँच नहीं होती है. उसी क्षेत्र का निरंतर इस्तेमाल रात अथवा दिन में गांजा आदि मादक पदार्थ की तस्करी हेतु करते हैं. सारंडा स्थित जराईकेला, मनोहरपुर, टीमरा, गुवा, बराईबुरु में वन विभाग अथवा पुलिस का स्थायी व अस्थाई चेकनाका है. अगर ऐसे चेकनाका पर एक-दो पुलिसकर्मियों को लगाकर रात-दिन नियमित वाहनों की चेकिंग अभियान प्रारम्भ करा दी जाये तो मादक पदार्थों की तस्करी के साथ-साथ अनेक अपराधियों की गतिविधियां भी रूक जायेगी. विते 25 जुलाई को छोटानागरा थाना अन्तर्गत जामकुंडिया गांव क्षेत्र से मनोहरपुर एसडीपीओ दाऊद किडो़ के नेतृत्व में पुलिस टीम 108 किलो गांजा एक कार से बरामद की थी. यह संयोग था की गांजा तस्कर की उक्त कार एक टेंपू से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इसी वजह से गांजा व कार बरामद हो पाया. जबकि दोनों तस्कर जंगल में भाग गये. गांजा लदी मारुति स्विफ्ट डिजायर कार जमशेदपुर निवासी ताहीर अली की बताई जा रही है. पुलिस अब कार मालिक के अलावे कार में सवार दोनों व्यक्ति की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी के अलावे गांजा कहाँ से लाकर कहाँ बेचा जाता है, इस तस्करी में कौन-कौन तथा कितने गिरोह शामिल हैं, सभी का पता लगाने में जूट गई है.