चिरिया-कोयना नदी में बाढ़ के कटाव से तटवर्ती घर मकान धँसने के कगार पर.
मनोहरपुरः पिछले दिन लगातार हुई बारिश से चिड़िया नदी में आई बाढ़ के कारण कोयना नदी तटवर्ती इलाक़ों में बसे बस्ती में संकट के बादल मंडराता जा रहा है.चिरिया पुराना थाना व कच्छीहाता के पीछे बस्ती से लगभग 30 से 35 मीटर की दूरी पर बह रही नदी में बाढ़ आने से नदी तटवर्ती की जमीन लगभग 50 फीट कट गई है.जिससे नदी का पानी बस्ती के अंदर प्रवेश करने की संभावना बढ़ गई है.दुबारा नदी में बाढ़ के ख़तरे से इस बस्ती के लोग अपने ऊपर खतरा मंडराता देख बहुत ज्यादा डरे सहमे हुए हैं.तत्काल में यदि कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले दिनों में जान माल की भारी क्षति उठानी पड़ सकती है.वही नदी तटवर्ती इलाक़ों में रहने वाले बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष बाढ़ की वजह से धीरे धीरे तटवर्ती जमीन कटती जा रही है.इस बार के बाढ़ से ज़मीन बहुत ज्यादा ही कटान हुआ है.नदी का रुख़ बदलकर बस्ती के अंदर बने तालाब से सट गया है.यदि एक बार और नदी में बाढ़ आ गई तो तालाब को तोड़ते हुए बस्ती के अंदर प्रवेश कर जाएगी.जिससे यहाँ के लोग सेल प्रबंधन के अलावा ज़िला प्रशासन से भी नदी के कटाव व लोगों की जान माल की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई है. फ़ोटो नदी में बाढ़ के कटाव से क्षेत्र के लोगों में बढ़ा ख़तरा.