मनोहरपुर-शारदीय नवरात्र के चौथे दिन माता कूष्मांडा कि हुई पूजा,माँ कि भक्ति में श्र्धालुओं में दिखा उत्साह.
मनोहरपुरः मनोहरपुर,आनंदपुर अंचल में दुर्गापूजा को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है.सप्तमी तिथि से माँ दुर्गा सिंहवाहिनी माता का पूजा आरंभ किए जाने को लेकर विभिन्न पूजा पंडालो का निर्माण अंतिम चरण पर है.साथ ही भव्य पंडालो का उद्घाटन के लिए पंडाल सज धज कर तैयार है.वहीं शारदीय नवरात्र के चौथे दिन गुरुवार को संत नरसिंह आश्रम मंदिर परिसर स्थित दुर्गाबाड़ी में स्थापित नवदुर्गा मंदिर में सिंहवाहिनी देवी दुर्गा के चौथे स्वरूप माता कूष्मांडा कि पूजा अर्चना की गई.पूजा में विशेषकर महिलाओं एवं युवतियों कि अधिकतर भीड़ देखी गई.जिससे माता की भक्ति में शहर का संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो उठा.=============================नवरात्र के चौथे दिन देवी माँ कूष्मांडा की पूजा अर्चना का महत्वः-=============================शारदीय नवरात्र के चौथे दिन देवी माँ कूष्माण्डा की पूजा आराधना की जाती है पुराणों के अनुसार जब सृष्टि की रचना नहीं हुई थी और हर जगह अंधकार था तब माँ कुष्मांडा के द्वारा ही ब्रह्माण्ड की रचना की गयी और इसी कारण माँ दुर्गा के चौथे रूप का नाम कूष्माण्डा पड़ा. देवी माँ सूर्यमण्डल के मध्य में निवास करती है. माँ की आठ भुजाये है जिस कारण इन्हें अष्टभुजा माँ के नाम से भी जाना जाता है। माँ के हाथो में कमण्डल, धनुष, बाण, कमल का फूल, अमृत से भरा कलश, चक्र, गदा व माला हैं। सिंह माँ का वाहन है माँ दुर्गा के इस रूप की पूजा करने से दीर्घायु और यश की प्राप्ति होती है. माँ अपने सभी भक्तो को 'ऋद्धि-सिद्धि का वर देती है.