सारंडा-सेल प्रबंधन प्रभावित गांवो का करें विकास नहीं तो ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे.मुखिया-श्री बारला.
मनोहरपुरः दीघा पंचायत के उसरुईयां गांव में मंगलवार को मुखिया एग्नेस बारला की अध्यक्षता में ग्राम सभा की बैठक आयोजित हुई. बैठक में किरीबुरू,मेघाहतुबुरु (सेल) लौह अयस्क खदान प्रबंधन के खिलाफ विभिन्न प्रस्तावित मांगों को सौंपने को लेकर चर्चा हुई.जिसमें क्षेत्र के स्थानीय शिक्षित बेरोजगार युवकों को रोजगार एवं क्षेत्र में बुनियादी समस्याओं जैसे शिक्षा,चिकित्सा,पेयजल व सेल के तरफ से आईटीआई प्रशिक्षण आदी विभिन्न विंदुओं पर मांगपत्र देने का निर्णय लिया.इसके अलावा प्रभावित ग्रामीणों की मांगो में सेल किरीबुरू मेघाहतुबुरु प्रबंधन अपने लौह अयस्क खदानों कुमडीह से आने वाले लाल पानी व लाल मिट्टी,मुरुम आदि से जंगल और कृषि भूमि बंजर में तब्दील हो गई है.इसे पूरी तरह से रोकने एवं बर्बाद हुए कृषि भूमि का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग एवं खदान से प्रभावित तमाम गांवों को अपने सीएसआर क्षेत्र में शामिल कर उनका सर्वांगीणविकास विकास करने की मांग शामिल करने का निर्णय लिया गया.वहीं मुखिया श्री बारला ने कहा कि मेघाहतुबुरू केंद्रीय विद्यालय में प्रभावित गांव के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा एंव आवागमन हेतु स्कूल बस उपलब्ध कराने, शिक्षित युवक-युवतियों को आइटीआई का प्रशिक्षण देने और रोजगार देने समेत कई अन्य मांगो को लेकर सेल प्रबंधन के समक्ष शीघ्र ही मांगपत्र सौंपा जाएगा.इस बैठक में मुख्य रूप से प्रधान होनहागा,रामसिंह होनहागा,मंगल सिंह मुंडारी ,रोया सुरीन,चोकारो तापे,बिरसा होनहागा,मोजेश गागराई,याकूब बारला,समेत काफी संख्या में मुंडा एवं ग्रामीण उपस्थित थे.