मनोहरपुर- कुमारी कन्या पूजन उपरांत नवरात्र व्रत संपन्न.
मनोहरपुर: संत नरसिंह आश्रम स्थित नवदुर्गा मंदिर में सोमवार को नवरात्र व्रत पूजन के उपरांत कुमारी कन्या पूजन संपन्न हुआ.तथा नवरात्र व्रतीयों द्वारा कुमारी कन्याओं का क्रमश: विधिविधान से पूजन के उपरांत उन्हें प्रसाद ग्रहण कराया.साथ ही दक्षिणा देकर कन्याओं से आशीर्वाद लिया.नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है:-यूं तो नवरात्रि के किसी भी दिन कन्या पूजन किया जा सकता है परन्तु कन्या पूजन के लिए अष्टमी और नवमी तिथि को श्रेष्ठ माना गया है.नौ कन्याओं को नौ देवियों के रूप में पूजन के बाद ही भक्त अपना व्रत पूरा करते हैं.देवी भागवत पुराण के अनुसार देवराज इंद्र ने जब भगवान ब्रह्माजी से भगवती को प्रसन्न करने की विधि पूछी तो उन्होंने सर्वोत्तम विधि के रूप में कुमारी पूजन ही बताया.यही कारण है कि तब से आज तक नवरात्रि में कन्या पूजन किया जाता है.कन्या पूजन का महत्व:-नवरात्रि में व्रत रखने के बाद कन्या पूजन करने से माता रानी प्रसन्न होती है.सुख-समृद्धि, धन-संपदा का आशीर्वाद देती है.इसके साथ ही कन्या पूजन करने से कुंडली में नौ ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है.कन्या पूजन करने से माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है.मान्यता है कि बिना कन्या पूजन के नवरात्रि का पूरा फल नहीं मिलता है.कन्या पूजन करने से परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेम भाव बना रहता है और सभी सदस्यों की तरक्की होती है.चूंकि 2 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की कन्या की पूजा करने से व्यक्ति को अलग-अलग फलों की प्राप्ति होती है.जैसे कुमारी की पूजा करने से आयु और बल की वृद्धि होती है.त्रिमूर्ति की पूजा करने से धन और वंश वृद्धि, कल्याणी की पूजा से राजसुख, विद्या, विजय की प्राप्ति होती है.कालिका की पूजा से सभी संकट दूर होते हैं और चंडिका की पूजा से ऐश्वर्य व धन की प्राप्ति होती है.शांभवी की पूजा से विवाद खत्म होते हैं और दुर्गा की पूजा करने से सफलता मिलती है.सुभद्रा की पूजा से रोग नाश होते हैं और रोहिणी की पूजा से सभी मनोरथ पूरे होते हैं.