मनोहरपुर- संत अगस्तिन कॉलेज में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुण्य तिथि पर संगोष्ठी आयोजित.
मनोहरपुर : महात्मा गांधी की पुण्यतिथि कोशहादत दिवस के रुप में मंगलवार को संत अगस्तिन कॉलेज में मनाया गया.इस अवसर पर संत अगस्तिन कॉलेज सभागार में इतिहास विभाग के तत्वाधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया.मौके पर उपस्थित कॉलेज के प्राचार्य नेहरूलाल महतो ने दीपप्रज्वलित एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र के समक्ष दो मिनट का मौन एवं श्रद्धासुमन अर्पित कर प्रार्थना सभा व महात्मा गांधी के विचारों पर संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया.मौके पर उपस्थित कॉलेज के प्राचार्य ,शिक्षक,शिक्षिकाओं समेत छात्र छत्राओं ने महात्मा गांधी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके मार्गदर्शन पर चलने का संकल्प लिया.प्राचार्य नेहरूलाल महतो ने कहा कि महात्मा गांधी की काया हमारे समक्ष नहीं है, लेकिन उनके विचार ऐसे है, जो आज भी अमर है. गांधी जी एक आंदोलनकारी स्वतंत्रता सेनानी के अलावा राजनीतिज्ञ भी थे, जिन्होंने देश में स्वतंत्रता की लड़ाई आने वाली पीढ़ियों के लिए लड़ा.इनके संघर्ष का औजार सत्य और अहिंसा था. उन्होंने कहा कि सत्य को इन्होंने भगवान माना और अहिंसा इनका अस्त्र था. उनका प्रिय भजन वैष्णव जन को जिसका मतलब है कि अच्छा इंसान वही होता है, जो दूसरे की पीड़ा को समझता हो. हमें गांधी का अनुयायी बनना है. उनके आदर्शों पर चलना है. आजादी की लड़ाई में जितनी आवश्यकता महात्मा गांधी की थी, उनके विचारों-आदर्शों की ज्यादा जरुरत आज महसूस होती है. उनका यह वचन ईश्वर अल्ला तेरे नाम, सबको सनमती दे भगवान, महात्मा गांधी का यह संदेश आज के संदर्भ में भी अत्याधिक प्रासंगिक है. गांधी के विचारों पर व्याख्यान देते हुए आगे कई वक्ताओं ने कहा कि पहले बापू बने, फिर महात्मा बने और फिर राष्ट्रपिता बने. उनका असहयोग आंदोलन चम्पारण से अंग्रेजों के खिलाफ अत्याचार का सबसे बड़ा आंदोलन बना था. नमक सत्याग्रह, सवज्ञा आंदोलन और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन ने अंग्रेजो को बाहर का रास्ता दिखा दिया. गांधी के द्वारा चलाया गया आंदोलन काफी अनुशासित व अहिंसापूर्ण था और ब्रिटिश सरकार जो कि उस समय दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र उनके खिलाफ अहिंसा के बल से देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ना सदी के सबसे बड़ा आंदोलन का हथियार बना. इस मौके पर संगोष्ठी के मुख्य संचालनकर्त्ता सह इतिहास विभाग के प्रो.सोनल भुइयां,प्रो.डॉ.साधेश्वरी महतो,प्रो.प्रो.सुरेंद्र चौधरी,प्रो.बी बेसरा,गोरोती मिंज,प्रो.करिश्मा महतो,प्रो.ईशिता मित्रा,प्रो.उज्जवल तिड़ू,प्रो.प्रमिला हैरेंज,प्रो.अमृता सुरीन,ज्योति महंता समेत कॉलेज के छात्र छात्रायें मौजूद रहे.