*मनोहरपुर-कर्बला में मुस्लिम समुदायों ने दशवीं का फ़ातिया अता कर,मोहर्रम पर्व सादगीपूर्ण ढंग से मनाया.
मनोहरपुर: मोहर्रम के अवसर पर मुस्लिम समुदायों ने बुधवार शाम को कर्बला में जमा हुए.तथा कर्बला में सामूहिक रूप से दशवीं का फातिया अता की और देश में क़ौमी एकता व अमन चैन की दुआ मांगी.एवं आपस में गले मिलकर एक दूसरे को मोहर्रम पर्व की मुबारकबाद दिया.इसके साथ ही मोहर्रम यानी गमी का पर्व सादगीपूर्ण ढंग से मनाया गया.क्यों मनाया जाता है मोहर्रम:-कर्बला जंग के मैदान में शहीदी को प्राप्त हुए हजरत इमाम हुसैन हजरत मुहम्मद साहब के छोटे नवासे थे.उनकी शहादत की याद में मोहर्रम महीने के 10 वें दिन को दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय के लोग मोहर्रम यानी शहादत दिवस के तौर पर मनाते है.इस्लाम धर्म की मान्यता के मुताबिक़ हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ मोहर्रम माह के 10 वें दिन कर्बला के मैदान में शहीद हो गए थे.उनकी शहादत और क़ुर्बानी के तौर पर इस दिन को याद किया जाता है.कहा जाता है कि इराक़ में यजीद नाम का ज़ालिम बादशाह था.जो इंसानियत का दुश्मन था.यजीद को अल्लाह पर विश्वास नहीं था.यजीद चाहता था कि हज़रत इमाम हुसैन भी उनके ख़ेमे में शामिल हो जाएं.हालांकि इमाम साहब को यह क़तई मंज़ूर नहीं था.उन्होंने बादशाह यजीद के ख़िलाफ़ जंग का ऐलान कर दिया.इस जंग में वह अपने बेटे परिवार और अन्य साथियों के साथ शहीद हो गए.इसी की याद में मोहर्रम मनाया जाता है.