धानापाली पुलिया पर राजनीति पारा चढ़ा,दो दिन में नहीं हुआ निर्णय तो जनहित में तोड़ेंगे पुल की बैरिकेडिंग:-गीता कोड़ा.
मनोहरपुर : झारखंड और उड़ीसा राज्य को जोड़ने वाली धानापाली पुलिया स्थानीय लोगों की जीवनदायिनी है. प्रशासन क्षतिग्रस्त धानापाली पुलिया को बेरीकेडिंग कर सिर्फ पैदल यात्रियों की आवाजाही छोड़कर दुपहिया वाहनों की आवाजाही बंद कर दिया है.यदि दो दिन के भीतर सरकार व जिला प्रशासन ग्रामीणों की इस समस्या को लेकर कोई निर्णय नहीं लेती है तो अगले ही दिन पुल.की बैरिकेडिंग तोड़ दिया जाएगा.उक्त बातें पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने सोमवार को धानापाली पुलिया का निरीक्षण करने के दौरान वहाँ मौजूद स्थानीय ग्रामीणों के साथ वार्ता के दौरान कही.उन्होंने कहा की राज्य की सरकार को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है. राज्य सरकार प्रशासन के माध्यम से इस पुलिया का बैरिकेडिंग करने का काम करती है, और दूसरी ओर सरकार से जुड़े लोग ग्रामीणो के प्रति सहानुभूति का ढोंग करती है.उन्होंने कहा की पूर्व सीएम के प्रयास से उक्त पुलिया का निर्माण किया गया था. ज़ब पहली बार यह पुल धंसा था तब उन्होंने विधायक रहते विभाग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए इसकी मरम्मती कराई थी. और वर्ष 2022 में दोबारा पुलिया धंसा तो उन्होंने सांसद रहते वर्ष 2023 में ही नये पुलिया का निर्माण के लिए विभागीय स्वीकृति कराई थी. अब राज्य सरकार लोगों को गुमराह करने एवं इस पर राजनीति कर रही है. क्या वजह है नए पुलिया के निर्माण में देरी की जा रही हैं. उन्होंने कहा की धानापाली पुलिया से ग्रामीण बाइक व साईकिल से ओडिसा जाकर कृषि उपज की बिक्री एवं अपनी रोजमर्रा के काम करते हैं. वहीं स्कूली बच्चे भी स्कूल पढ़ने जाते हैं. चूँकि पुल बंद कर देने से सैकड़ो ग्रामीणों के रोजगार पर भी संकट खड़ा हो गया है. गीता कोड़ा ने ग्रामीणों की शिकायत पर मौके पर डीसी से दूरभाष में बात की तथा दो दिनों के भीतर इसका समाधान करने को कहा. यदि दो दिन के भीतर सरकार व प्रशासन इस पर संज्ञान नहीं लेतो है तो जन समस्या को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग तोड़ दिया जायेगा. वे इस कार्य में स्वंय ग्रामीणों का साथ देंगी. इस मौके पर भरत महतो, श्याम सुंदर पूर्ति, रोशन महतो, समेत सैकड़ो ग्रामीण महिलाएं व पुरुष मौजूद थे.