मनोहरपुर-सारंडा पीड़ के संथाली समुदायों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित.
मनोहरपुर: रविवार को सारंडा पीड़ के व मौजा के संथाली समुदायों के बीच मांझी परगाना,जोगमांझी , गोडत, नायके एवं ग्रामीणों का एक विशेष बैठक सारंडा पीड़ परगाना रुईदास सोरेन की अध्यक्षता में किया गया. इस में विशेष रूप से वर्ष 1925 में ओतगुरू गोमके राघुनाथ मुर्मू के द्वारा ओलचीकि लिपि के अविष्कार के बारे चर्चा किया गया.जिसको भारत सरकार द्वारा सालखन मुर्मू की प्रयास से 22 दिसम्बर 2003 को 8वीं अनुसूची में शामिल किया गया. जिससे आज हम सभी अपनी हासा भाषा की जितपर माहा के रूप में मनाया गया एवं अपने वीर शहीदों को याद किया गया .जिसमें तिलका माझी, सिद्ध-कान्हू, फूलो- झानो, चांद-भैख आदि सपूतों की अमर कथाओ से समुदाय को जागृत किया गया.तथा भविष्य में उनके सपनों को साकार करने अर्थात जल, जंगल, जमीन का संरक्षण करने का संकल्प लिया गया. बैठक के अंत में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाने के लिए सभी को अपने दस्तावेजों को बनाकर रखने की सलाह दी गई.