वज्रपात से मनोहरपुर और गुदड़ी प्रखंड में नौ मवेशियों की मौत, किसानों में गहरा संकट; प्रशासन से मुआवजे की मांग
मनोहरपुर (पश्चिम सिंहभूम) – जिले के मनोहरपुर और गुदड़ी प्रखंडों में शुक्रवार शाम हुए वज्रपात ने ग्रामीण इलाकों में कहर बरपाया, जिससे कुल नौ मवेशियों की मौत की पुष्टि हुई है। इस प्राकृतिक आपदा ने खेती-किसानी पर निर्भर ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।गुदड़ी प्रखंड के टोमडेल पंचायत स्थित ग्राम कोड़केल में वज्रपात की चपेट में आकर आठ मवेशियों की मौत हो गई। मृत मवेशियों में स्थानीय किसान किशोर भुईया के दो, जस्टिन मनोहर लुगुन के तीन, दनियल भुईया, मार्टिन भुईया और जुनाथान भुईया के एक-एक मवेशी शामिल हैं। इन सभी किसानों की आजीविका अधिकतर खेतों में बैलों द्वारा जुताई पर निर्भर है, और ऐसे में यह नुकसान उनके लिए आर्थिक संकट बनकर आया है।मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी महेंद्र जामुदा ने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा गरीब किसानों के लिए विनाशकारी साबित हुई है। उन्होंने पीड़ित किसानों के लिए सरकारी मुआवजे की मांग करते हुए बताया कि वे इस संबंध में जिला प्रशासन को लिखित सूचना देंगे ताकि पीड़ित परिवारों को राहत मिल सके।वहीं दूसरी घटना मनोहरपुर प्रखंड के कोलपोटका पंचायत अंतर्गत ग्राम कुरथाबेड़ा स्थित कुम्हार टोला में घटी, जहां वज्रपात से एक और मवेशी की मौत हो गई। मवेशी मालिक छोटू कुम्हार ने बताया कि शुक्रवार शाम तेज आंधी और बारिश के दौरान उनके घर के पास स्थित महुआ के पेड़ पर बिजली गिरने से पास में बैठे चार मवेशियों में एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य तीन मवेशी घायल हो गए हैं।घटना की सूचना पाकर शनिवार सुबह पंचायत मुखिया अजित तिर्की घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने भी प्रभावित परिवार को मुआवजे की व्यवस्था कराने की बात कही और प्रशासन से त्वरित सहायता की मांग की।ग्रामीणों की मांग है कि जिला प्रशासन इस आपदा को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र क्षतिपूर्ति प्रदान करे, ताकि पीड़ित किसान अपने नुकसान की भरपाई कर सकें और खेती कार्य में वापस लौट सकें।