मनोहरपुर रेलवे क्रॉसिंग आम लोगों के लिए बनी मुसीबत, दुर्घटनाओं का दे रही संकेत
मनोहरपुर: झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत मनोहरपुर रेलवे क्रॉसिंग आम लोगों के लिए अब परेशानी का सबब बनती जा रही है। आए दिन तकनीकी खामियों के कारण यह क्रॉसिंग दुर्घटनाओं का संकेत दे रही है।शनिवार को दोपहर लगभग 12 से 1 बजे के बीच एक बार फिर यहां बड़ी लापरवाही देखने को मिली। रेलवे फाटक का पश्चिम दिशा वाला बूम खुल गया, लेकिन पूरब दिशा की बूम तकनीकी खामी के चलते बंद ही रह गया। इससे स्थिति ऐसी बनी कि एक ओर से आने वाले दोपहिया और चारपहिया वाहन रेलवे फाटक परिसर में प्रवेश कर गए। एक छोटी सी चूक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी।मौके पर पहुंचे रेल कर्मचारियों ने तकनीकी सहायता से बंद बूम को खोलने का प्रयास किया और कुछ ही समय में आवागमन सामान्य किया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या लगातार बनी हुई है, और इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि मनोहरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर आज तक ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो सका है।मालूम हो कि हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग देश के सबसे व्यस्ततम मार्गों में से एक है, और मनोहरपुर स्टेशन झारखंड और ओड़िशा की सीमा से सटा हुआ है। यह क्षेत्र चक्रधरपुर, रांची, चाईबासा, जमशेदपुर, बड़बिल, राउरकेला, सिमडेगा होते हुए छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल से जुड़ता है। इस कारण यहां भारी वाहनों का निरंतर आवागमन होता है।जब भी फाटक बंद होता है, दोनों ओर लंबी कतारों में दोपहिया, चारपहिया और भारी वाहन जाम में फँस जाते हैं। कई बार यह जाम आधे घंटे से भी ज्यादा देर तक बना रहता है, जिससे एंबुलेंस जैसी आपात सेवाएं भी प्रभावित होती हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार समय पर इलाज न मिलने से कई गंभीर मरीजों की जान भी जा चुकी है।वर्षों से मांग हो रही है कि इस रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाए। लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की जानकारी में होने के बावजूद अब तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है। इससे स्थानीय जनता में गहरा रोष व्याप्त है।*स्थानीय जनता की मांग:~*मनोहरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर जल्द से जल्द ओवरब्रिज का निर्माण हो।”“दुर्घटनाओं से बचने के लिए तकनीकी व्यवस्था को सुधारने की ज़रूरत है।”“आपात सेवाओं के लिए वैकल्पिक मार्ग यानी अंडर पास रेलवे पथ का निर्माण सुनिश्चित किया जाए।”अगर यही हालात बने रहे, तो आने वाले समय में यह क्रॉसिंग किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।