मनोहरपुर: बारिश से जलमग्न आंगनबाड़ी केंद्र, बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर
मनोहरपुर, झारखंड — प्रखंड क्षेत्र में पिछले एक माह से लगातार हो रही बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बारिश के चलते दर्जनों कच्चे मकान धराशायी हो गए हैं, जबकि पक्के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनकी दीवारों और छतों से पानी टपक रहा है। इस आपदा का गंभीर असर स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी देखने को मिल रहा है।पुराना मनोहरपुर आंगनबाड़ी केंद्र बारिश के पानी से जलमग्न है । छत और दीवारों से पानी का रिसाव हो रहा है ।बच्चे कमरे के बाहर खुले आसमान में पढ़ने को विवश हैं ।वहीं मनोहरपुर के पुराने आंगनबाड़ी केंद्र की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है। केंद्र का परिसर जलमग्न हो गया है, जिससे बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हो रही है। स्थिति यह हो गई है कि बच्चों को कक्षाओं के बजाय खुले आसमान के नीचे पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। केंद्र में कार्यरत आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को भी काम करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।”पठन-पाठन और पोषण दोनों प्रभावित" – सेविका आसित बहामनी होरो॰पुराना मनोहरपुर आंगनबाड़ी केंद्र” की सेविका आसित बहामनी होरो ने बताया कि केंद्र में कुल 30 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन निरंतर बारिश के कारण न सिर्फ उनकी पढ़ाई प्रभावित हुई है, बल्कि बच्चों के लिए पौष्टिक आहार तैयार करना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है।उन्होंने कहा, "बारिश के कारण किचन तक जलमग्न हो गया है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी हमें चिंता सताने लगी है। हमने इस गंभीर स्थिति की जानकारी मनोहरपुर प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मेविस मुंडू को दे दी है और शीघ्र समाधान की मांग की है।"प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांगस्थानीय लोग और अभिभावक प्रशासन से अपेक्षा कर रहे हैं कि बच्चों के भविष्य और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।यदि बारिश इसी तरह जारी रही, तो शिक्षा और पोषण से वंचित रह रहे बच्चों की स्थिति और भी बदतर हो सकती है।आंगन बाड़ी की वर्तमान स्थिति मेरे संज्ञान में है.इस पर विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जा रही है.मेविस मुंडू,सीडीपीओ प्रखंड मनोहरपुर