विशेष बैंकिंग शिविर में ग्रामीणों को दी गई वित्तीय सेवाओं की जानकारी, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत लाभार्थी को दिया गया दो लाख रुपए का चेक.
मनोहरपुर : 25 जुलाई, वित्तीय सेवा विभाग, भारत सरकार के निर्देशानुसार संचालित त्रैमासिक वित्तीय समावेशन संतृप्ति अभियान के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिले के आनंदपुर प्रखंड अंतर्गत हरता पंचायत में शुक्रवार को एक दिवसीय विशेष वित्तीय समावेशन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से जोड़ते हुए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिलाने एवं ग्रामीणों को साइबर सुरक्षा के बारे जानकारी दी गई ।साथ ही सड़क दुर्घटना में शिकार मृतक बहामनी कंडुलना के आश्रित (नॉमिनी) उनके पुत्र को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत दो लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया.इस अवसर पर आनंदपुर जेआरजी बैंक शाखा के प्रबंधक मुक़ूल महापात्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद करते हुए भारत सरकार द्वारा संचालित जन-कल्याणकारी योजनाओं—प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) एवं अटल पेंशन योजना (APY)—की जानकारी दी तथा पात्र लाभार्थियों को इन योजनाओं में पंजीकरण के लिए प्रेरित किया।कहा कि वित्तीय समावेशन केवल बैंक खाता खोलने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को वित्तीय सुरक्षा, बचत की आदत और सरकारी योजनाओं की प्रभावी पहुँच से जोड़ना है। इस दिशा में सक्रिय भागीदारी ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकती है।”शिविर के दौरान मौके पर ही नए प्रधानमंत्री जनधन खाते खोले गए, खातों का पुनः केवाईसी (RE-KYC), NPCI मैपिंग, नॉमिनी जोड़ने की प्रक्रिया, बीमा योजनाओं में पंजीकरण तथा साइबर सुरक्षा संबंधी जागरूकता अभियान भी चलाया गया। ग्रामीणों ने इन सेवाओं में उत्साहपूर्वक भागीदारी की। इस शिविर में मुख्य रूप से हारता पंचायत की मुखिया जांबी कच्छप, मुंडा धनंजय सोय, हाँसाबेड़ा मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक विनोद हेंब्रम,बीसी सुभाष सिंह, दीपक महतो, शांति महतो महतो सहित जेआरजी बैंक के कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।प्रशासन की ओर से बताया गया कि इस तरह के शिविर प्रखंड के अन्य पंचायतों में भी क्रमबद्ध रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को वित्तीय सेवाओं की मुख्यधारा में लाया जा सके।