मनोहरपुर में गणेश मेला: आस्था, संस्कृति और मनोरंजन का संगम
विभिन्न इलाकों से पहुंचे श्रद्धालु
इस मेले में मनोहरपुर, आनंदपुर, सुदूरवर्ती सारंडा क्षेत्र, पोसैता, चिड़िया, छोटानागरा, जराइकेला, गोइलकेरा, सोनुवा,चक्रधरपुर और लोटापहाड़ सहित झारखंड-ओड़िशा सीमांचल भालुलता,बिश्रा बंडामुंडा,राउरकेला और आसपास के कई इलाकों से हजारों की संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल है।
लालबाग के राजा की तर्ज पर भव्य प्रतिमा
मुंबई के प्रसिद्ध ‘लालबाग के राजा’ की तर्ज पर तैयार की गई गणपति बप्पा की भव्य प्रतिमा इस मेले का मुख्य आकर्षण है। खूबसूरती से सजाए गए पंडाल में गणेश जी की प्रतिमा भक्तों के बीच आस्था का केंद्र बनी हुई है। पंडाल की डिजाइन और सजावट में पारंपरिक कला और आधुनिक तकनीक का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।
12 दिवसीय भव्य आयोजन
यह मेला 27 अगस्त से शुरू होकर 8 सितंबर तक चलेगा। इन 12 दिनों के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आगामी 3 सितंबर बुधवार को जगराता का आयोजन होगा। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु गणेश जी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं और शाम को आयोजित मेल का आनंद ले रहे हैं।
रोमांचक झूले और क्राफ्ट बाजार
मनोरंजन के शौकीनों के लिए बिजली झूला, डिस्को झूला, ब्रेक डांस, टोरा टोरा, ड्रैगन ट्रेन और मौत का कुआं जैसे आकर्षक झूले लोगों को रोमांचित कर रहे हैं। इसके अलावा, क्राफ्ट बाजार में हस्तशिल्प वस्तुएं, खिलौने और स्थानीय उत्पादों की बिक्री हो रही है, जहां खरीदारी करने वालों की भीड़ लगी रहती है।
सुरक्षा और व्यवस्था
स्थानीय प्रशासन ने मेले में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए भोलेंटियर व पुलिस बल की तैनाती की गई है, वहीं चिकित्सा सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम भी तैनात है।