सदर विधायक व उपायुक्त का घर व कार्यालय घेराव करेंगे ग्रामीण – रमेश बालमुचू
मनोहरपुर, पश्चिम सिंहभूम :अंजेड़बेड़ा पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणों ने जर्जर और अधूरे पड़े सड़क निर्माण कार्य को लेकर शनिवार को ग्राम अंजेड़बेड़ा में बैठक आयोजित की। बैठक की अध्यक्षता ग्रामीण मुण्डा जोन तमसोय ने की। इसमें सिंगीजारी, जोजोहातु, केच्चाबाईपी, तुम्बाहाका, सरजोमबुरु और पाटातारोब गांवों के मुण्डा-डकुवा और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि जोजोहातु से केच्चाबाईपी तक बन रही सड़क पिछले 3–4 वर्षों से अधूरी पड़ी है और पहले से बने हिस्सों की हालत भी अत्यंत खराब है। इसके कारण ग्रामीणों को स्वास्थ्य, शिक्षा और परिवहन संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।सिंगीजारी के मुण्डा लकेश्वर सुन्डी ने कहा कि खराब सड़क के कारण एंबुलेंस तक गांव आने से इनकार कर देती है, जिससे बीमार और गंभीर मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते। वहीं, केच्चाबाईपी के मुण्डा कमल बनसिंह ने बताया कि स्कूलों में मध्यान्ह भोजन भी समय पर नहीं पहुंच पाता, कभी-कभी खराब सड़क के कारण भोजन आता ही नहीं, जिससे बच्चे भूखे लौटते हैं।सरजोमबुरु के मुण्डा मांगता देवगन ने कहा कि गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र तो बना है, लेकिन डॉक्टर और नर्स खराब रास्ते की वजह से वहां नहीं पहुंचते। पाटातारोब के मुण्डा आनंद बहन्दा ने बताया कि गर्भवती महिला या गंभीर मरीजों को ट्रैक्टर या निजी वाहन से अस्पताल ले जाना ग्रामीणों की मजबूरी बन गई है। सरकारी गाड़ियां भी आधे रास्ते तक ही जाती हैं और आगे का खर्च ग्रामीणों से वसूला जाता है।बैठक में अधिवक्ता महेंद्र जामुदा ने कहा कि सभी समस्याओं का मूल कारण सड़क है। यदि सांसद और विधायक ध्यान दें तो सड़क जल्द बन सकती है, लेकिन उनकी उदासीनता से ग्रामीण त्रस्त हैं।समाजसेवी रमेश बालमुचू ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि ग्रामीणों की मांगों पर विधायक, मंत्री और उपायुक्त ध्यान नहीं देंगे तो सभी लोग अनिश्चितकालीन धरना और घेराव करेंगे। हीरालाल हेम्ब्रोम ने मजदूरों को सही मजदूरी नहीं मिलने का मुद्दा उठाया, वहीं बोआएं बिरुली ने प्रस्ताव रखा कि ग्रामीण पदयात्रा कर उपायुक्त कार्यालय और सदर विधायक के आवास का घेराव करेंगे, जिस पर सभी उपस्थितों ने सहमति जताई।इस मौके पर आंदोलनकारी डेविड कलुन्डिया, कन्दरा बुकुरु, सुनील पुर्ति, सिंगराय हंसदा, तुराम सुन्डी, रामकृष्णा, प्रदान कारवां, मंगल सिंह तांती, कृष्णा बनसिंह, मगता पुर्त्ती, रसय देवगम, आनंद खडाईत सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।