डीएवी पब्लिक स्कूल चिड़िया में धूमधाम से मनाया गया राष्ट्रीय एकता दिवस
सरदार पटेल आधुनिक भारत के शिल्पी, राष्ट्रीय एकता के प्रतीक : वाहिद अंसारी
मनोहरपुर : डीएवी पब्लिक स्कूल चिड़िया में शुक्रवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय एकता दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के प्राचार्य डा. शिव नारायण सिंह के मार्गदर्शन में किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात फेरी और एकता दौड़ से हुई, जिसमें चिड़िया ओपी थाना प्रभारी वाहिद अंसारी, पुलिस बल, विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा छात्र-छात्राएं शामिल हुए। प्रभात फेरी के दौरान एकता और अखंडता का संदेश पूरे क्षेत्र में गूंज उठा।इस अवसर पर थाना प्रभारी वाहिद अंसारी ने कहा, “आज हम जिस एकजुट भारत पर गर्व करते हैं, उसकी कल्पना सरदार वल्लभभाई पटेल के अदम्य साहस और दूरदृष्टि के बिना संभव नहीं थी। उन्होंने सैकड़ों रियासतों को एकसूत्र में पिरोकर आधुनिक भारत की नींव रखी।” उन्होंने सरदार पटेल को “आधुनिक भारत का शिल्पी और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक” बताया।वहीं विद्यालय के वरीय हिंदी शिक्षक कर्ण सिंह आर्य ने कहा, “राष्ट्रीय एकता ने ही भारत को एक सूत्र में पिरोया है। सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और नेतृत्व ने इस राष्ट्र को संगठित किया।”अंग्रेजी शिक्षक तन्मय चटर्जी और क्रीड़ा शिक्षक सुमित सेनापति ने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता ही सच्ची देशभक्ति है और प्रत्येक नागरिक को राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। अंग्रेजी शिक्षिका संजू कुमारी ने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को वर्ष 2014 से राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य नागरिकों में एकता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।कार्यक्रम के दौरान विद्यालय परिसर देशभक्ति और एकता के नारों से गूंज उठा। सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राओं ने एकता के संकल्प को दोहराया।इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक राकेश कुमार मिश्रा, मौसमी दास गुप्ता, समीर प्रधान, संतोष कुमार, सुजीत कुमार, एस.के. पांडेय, मोमिता मजूमदार, वर्षा विश्वकर्मा, संदीप चक्रवर्ती, आशीष झा, देवाशीष बेहरा, नित्यानंद भकत समेत शिक्षकेत्तर कर्मियों ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के उद्घोष के साथ हुआ।