एस.आर. रुंगटा ग्रुप के संस्थापक स्व. सीताराम रुंगटा की मनाई गई जयंती


चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिले के प्रसिद्ध उद्योगपति सह समाजसेवी सीताराम रुंगटा की जयंती रूंगटा हाउस में शुक्रवार को मनाई गई. इस मौके पर उद्योगपति सह समाजसेवी मुकुंद रूंगटा ने सबसे पहले सीताराम रूंगटा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया. इसके बाद बारी-बारी से सैकड़ों कर्मचारियों समेत पत्रकारों ने भी सीताराम रूंगटा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. सिल्वर अवार्ड से सम्मानित किये गए थे स्व सीताराम रुंगटा:-स्वर्गीय सीता राम रूंगटा "सीता बाबू" के नाम से भी जाने जाते थे. स्व. सीताराम रूंगटा एक सफल उद्योगपति के साथ साथ वे एक समाजसेवी थे.


उन्होंने सबके सुख दुख में तथा किसी की शादी हो या अन्य कार्यक्रम हर जगह समय पर पहुंच जाते थे. वे स्काउट गाइड के लगातार 42 सालों तक कमिश्नर रहे. उनको दिल्ली में सिल्वर अवार्ड से सम्मानित किया गया था. वे नगर पर्षद के चेयरमैन भी लम्बे समय तक रहे. उनके द्वारा घर घर में शिक्षा का दीप जलाने के लिए स्कूल और कॉलेज भी खोले गए, वह समय के पाबंद थे.स्व सीताराम रुंगटा के मार्ग पर चलकर समाज के हर वर्ग को पहुंचा रहे लाभ:-उनका कहना था कि जो इंसान समय के साथ नहीं चलेगा , वह बहुत पीछे चला जाएगा. उन्होंने पश्चिम सिंहभूम जिले में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई महाविद्यालय व विद्यालयों में अपना अमूल्य योगदान दिया.
आज भी उन महाविद्यालय व विद्यालयों में सीताराम रूंगटा की जयंती मनाई जाती है. उनकी सोच भी कि इस जिले के छात्र-छात्राएं अच्छी शिक्षा ग्रहण कर अच्छी जगह पहुंचे और चाईबासा का नाम रोशन करे, आज उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हुए उसके दोनों बेटे नन्दलाल रूंगटा व मुकुंद रूंगटा और पोते सिद्धार्थ रूगटा भी चल कर सामाज के हर वर्ग के लोगों की मदद किसी न किसी तरीके से कर रहे हैं एवं उनके बीच लाभ पहुंचा ने का काम कर रहे हैं.

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