धोबिल में तैयार हुआ वेदांता का नंद घर झारखंड में अब तक विकसित किए गए 104 नंद घर.
मनोहरपुर:प.सिंहभूम जिले के अतिनक्सल प्रभावीत सारंडा के धोबिल में आज दिनांक 28 फरवरी को वेदांता द्वारा झारखंड के धोबिल में अपना पहला नंद घर केंद्र का शुभारंभ हुआ.वहीं उद्घाटन के दौरान कार्यक्रम में स्थानीय सांसद गीता कोड़ा एवं विधायक सोनाराम सिहकू की मौजूदगी नहीं होने से उनके स्थानीय समर्थक समेत पार्टी कार्यकर्ताओ ने अपना विरोध जताया.मौक्के पर उपस्तिथ सांसद प्रतिनिधि जयप्रकाश महतो ने इसे प्रोटोक़ोल के नियमों का उल्लंघन बताया.इस चूक पर बेदांता के अधिकारियों ने भी भूल को स्वीकार करते हुए कहा की भविष्य में पुनःऐसी चूक नहीं होगी.विदित हो की बेदांता कंपनी ने देशभर में 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में परिवर्तन के लक्ष्य के साथ कंपनी ने कॉरपोरेट सोशल रेस्पांसिबिलिटी के तहत इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को शुरू किया है.इसके तहत धोबिल गांव में झारखंड की महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री श्रीमती जोबा मांझी की उपस्थिति में झारखंड के 104 वें नंद घर की शुरुआत की गई।
नंद घर की शुरुआत 2015 में की गई थी, जिसका लक्ष्य 13.7 लाख आंगनवाडिय़ों में 8.5 करोड़ बच्चों और दो करोड़ महिलाओं के जीवन में आमूलचूल बदलाव लाना है.वेदांता के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल की यह महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसमें मॉडल आंगनवाड़ी का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य बच्चों, महिलाओं और स्थानीय समुदायों का समावेशी विकास है.नंद घर वेदांता ग्रुप की महत्वाकांक्षी सीएसआर पहल है, जिसे भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ संचालित किया जा रहा है.इसके अंतर्गत मॉडर्न आंगनवाड़ी की अनूठी अवधारणा पर काम किया जा रहा है, जो बच्चों के विकास (ईसीडी) के लिए बेहतर माहौल तैयार करने में मदद करता है.इसमें बच्चों की समझ, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास से जुड़े पहलुओं को ध्यान में रखा जाता है.
इस मौके पर श्रीमती जोबा मांझी ने जमीनी स्तर पर महिलाओं एवं बच्चों के जीवन में बदलाव लाने की दिशा में वेदांता के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा, 'धोबिल में इस नंद घर का उद्घाटन करने की मुझे बहुत खुशी है. यह अपनी तरह का अनूठा मॉडर्न, स्टेट ऑफ द आर्ट आंगनवाड़ी है. यह सीएसआर के सर्वश्रेष्ठ उदाहरणों में से है. मुझे भरोसा है कि इस सुविधायुक्त आंगनवाड़ी केंद्र की मदद से शिक्षा के शुरुआती स्तर पर शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर करना और स्थानीय समुदाय, विशेष रूप से धोबिल की महिलाओं को सशक्त करना संभव होगा. मैं इस मॉडल केंद्र की स्थापना के लिए वेदांता की सराहना करती हूं और सभी गांववासियों से नंद घर का अधिकतम लाभ उठाने की अपील करती हूँ.
धोबिल में नंद घर के उद्घाटन पर अपने विचार रखते हुए वेदांता लिमिटेड के आयरन एंड फेरो अलॉय बिजनेस के सीईओ श्री सौविक मजूमदार ने कहा, 'मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि वेदांता की महत्वाकांक्षी परियोजना नंद घर देशभर में लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है. यह हमारे चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल का सपना है. वेदांता में हमारा लगातार प्रयास रहता है कि देशभर में समुदायों के संपूर्ण विकास में भागीदार बनें और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण एवं राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य की ओर बढऩे में मदद करें.'
अब तक नंद घर के 2100 से ज्यादा केंद्रों का संचालन शुरू हो चुका है और 10 राज्यों में इसने उपस्थिति दर्ज करा दी .है.इस परियोजना का लक्ष्य 40 लाख सामुदायिक लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना और सालाना आधार पर करीब दो लाख बच्चों और 1.8 लाख महिलाओं को सीधे तौर पर प्रभावित करना है.
नंद घर में चौबीसों घंटे बिजली के लिए सोलर पैनल की व्यवस्था है.साथ ही वाटर प्यूरीफायर, स्वच्छ शौचालय और स्मार्ट टेलीविजन सेट भी उपलब्ध कराए गए है..नंद घर स्थानीय समुदायों के लिए मॉडल रिसोर्स सेंटर की भूमिका निभा रहे है.यहां 3-6 साल के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण प्री-स्कूल शिक्षा दी जा रही है. बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करा रही माताओं के लिए पोषक भोजन और घर ले जाने के लिए राशन की व्यवस्था भी की जाती है, मोबाइल हेल्थ वैन के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा की व्यवस्था भी की जाती है. महिलाओं को कौशल विकास, क्रेडिट लिंक और एंटरप्राइज विकास के जरिये सशक्त किया जा रहा है.
वेदांता केयर्स के बारे में
वेदांता अपने आसपास के क्षेत्रों में और पूरे देश में सामाजिक कल्याण की दिशा में प्रयास के लिए प्रतिबद्ध है। ग्रुप की महत्वाकांक्षी सीएसआर परियोजना नंद घर के तहत मॉडल आंगनवाड़ी का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर पर महिलाओं एवं बच्चों का समावेशी विकास करना है। ग्रुप की इस सीएसआर पहल में सात अहम स्तंभ शिक्षा, स्वास्थ्य, जल एवं स्वच्छता, सतत आजीविका, कौशल विकास, खेल एवं संस्कृति तथा कर्मचारियों की वालंटियरिंग शामिल हैं। वेदांता ग्रुप की समाजसेवी इकाई वेदांता फाउंडेशन का लक्ष्य हाशिए पर जी रहे लोगों को कौशल विकास करना और उनके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना है, जिससे वे रोजगार के योग्य बन सकें। इसी तरह बाल्को मेडिकल सेंटर एक महत्वपूर्ण स्पेशियलिटी सीएसआर प्रोजेक्ट है, जिसके तहत रायपुर, छत्तीसगढ़ में 200 बेड वाला स्टेट ऑफ द आर्ट कैंसर केयर सेंटर बनाया गया है। कंपनी गोवा और उदयपुर में फुटबॉल अकेडमी के जरिये जमीनी स्तर पर खेलों को भी बढ़ावा देने में प्रयासरत है।
वेदांता लिमिटेड के बारे में :
वेदांता लिमिटेड वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड की अनुषंगी है और दुनिया की अग्रणी ऑयल एंड गैस एवं मेटल कंपनी है, जो भारत, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और ऑस्ट्रेलिया में तेल एवं गैस, जिंक, लेड, सिल्वर, कॉपर, आयरन ओर, स्टील और एल्युमीनियम एंड पावर के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिचालन कर रही है। पिछले दो दशक से वेदांता भारत की विकास गाथा में योगदान कर रही है और इस समय भारत की जीडीपी के 1 फीसद के बराबर का योगदान दे रही है। वित्त वर्ष 2018-19 में 42,560 करोड़ रुपये के साथ सरकार के राजकोष में योगदान देने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार रही है। स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण एवं स्थानीय समुदायों के जीवन को बेहतर करने पर ध्यान देते हुए गवर्नेंस और सस्टेनेबल डेवलपमेंट वेदांता की रणनीति का केंद्र हैं। कंपनी को मेटल एंड माइनिंग में सीआईआई-आईटीसी सस्टेनेबिलिटी अवार्ड, फिक्की सीएसआर अवार्ड, डन एंड ब्रेडस्ट्रीट अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है और यह ग्रेट प्लेस टू वर्क के तौर सॢटफाइड है। वेदांता लिमिटेड भारत में बांबे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में तथा न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में एडीआरएस लिस्टेड है।